ओ पी धनखड़ को हटा , नायब सिंह सैनी को अध्यक्ष बना , खट्टर ने किस पर साधा निशाना- डिजायर न्यूज़
ओ पी धनखड़ को हटा , नायब सिंह सैनी को अध्यक्ष बना , खट्टर ने किस पर साधा निशाना- डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – जैसे ही किसी राज्य में चुनाव नज़दीक आते है तो जातिगत समीकरण की बिसात बिछने लग जाती है 2024 में हरियाणा में विधानसभा और लोकसभा दोनों चुनाव सर पर है और अभी से हरियाणा चुनाव के मूड में आ गया है , राहुल गाँधी ने महिला आरक्षण बिल के साथ साथ जातिगत जनगणना और ओबीसी के हक़ की लड़ाई छेड़ दी है। आने वाले समय में ओबीसी का मुद्दा चरम पर होगा इसको देखते हुए हरियाणा में ओम प्रकाश धनखड़ को हटा कर पहली दफ़ा के ओबीसी सांसद नायब सिंह सैनी को हरियाणा भाजपा अध्यक्ष नियुक्त किया गया। वही श्री धनखड़ को भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में नई जिम्मेदारी दी गई है। दोनों को ही हरियाणा के चीफ मिनिस्टर मनोहर लाल खट्टर ने बधाई दी है।

हरियाणा की सियासत में यदि जातिगत समीकरणों पर नजर डालें तो प्रदेश में करीब 17 प्रतिशत से अधिक वोट जाट बिरादरी के हैं। ब्राह्मण, बनिया और पंजाबी मतदाताओं की संख्या लगभग 30 प्रतिशत है। ओबीसी (अहीर और यादव) मतदाताओं की संख्या भी 24 प्रतिशत के लगभग है। जबकि करीब 21 प्रतिशत मतदाता अनुसूचित जाति और शेष मतदाता गुर्जर व अन्य जातियों से हैं।
लोकसभा में कुरूक्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पहली बार सांसद बने 53 वर्षीय श्री सैनी की नियुक्ति से पार्टी को ओबीसी समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है क्योंकि राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाटों का समर्थन बड़े पैमाने पर देखा जा रहा है। पहली बार सांसद बने नायब सिंह सैनी की नियुक्ति से पार्टी को अन्य पिछड़ा वर्ग के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है। ओर सब से बड़ी बात है कि नायब सिंह सैनी सी एम खट्टर के नजदीक और विश्वाशपात्र है।
भाजपा ने शुक्रवार को अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) से आने वाले लोकसभा सांसद नायब सिंह सैनी को ओम प्रकाश धनखड़ के स्थान पर अपनी हरियाणा इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया, क्योंकि पार्टी अगले साल लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी कर रही है, जिसके बाद राज्य विधानसभा चुनाव होंगे। .
पार्टी के एक संचार में कहा गया है कि श्री धनखड़, एक जाट, को पार्टी का राष्ट्रीय सचिव नियुक्त किया गया है।
लोकसभा में कुरूक्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाले पहली बार सांसद बने 53 वर्षीय श्री सैनी की नियुक्ति से पार्टी को ओबीसी समुदाय के बीच अपनी पकड़ मजबूत करने में मदद मिल सकती है क्योंकि राज्य में सबसे अधिक आबादी वाले समुदाय जाटों का समर्थन बड़े पैमाने पर देखा जा रहा है। कांग्रेस, जननायक जनता पार्टी और बीजेपी के बीच विभाजित होना है। भाजपा पहले से ही जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के साथ गठबंधन में है, जिसके नेता दुष्यंत चौटाला राज्य के उपमुख्यमंत्री हैं। श्री धनखड़ को जुलाई 2020 में हरियाणा भाजपा प्रमुख नियुक्त किया गया था और इस साल जुलाई में उनका कार्यकाल पूरा हुआ।
अभी नायब सिंह सैनी, जो राजस्थान में चुनाव प्रचार कर रहे हैं, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के विश्वासपात्र माने जाते हैं। वह पिछली खट्टर सरकार में कैबिनेट में भी मंत्री थे। जब उन्होंने 2019 में लोकसभा चुनाव लड़ा तो वह विधायक थे। 2019 में, भाजपा ने हरियाणा की सभी 10 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की थी और पार्टी के उम्मीदवार भारी अंतर से जीते थे। मुख्यमंत्री खट्टर और निवर्तमान राज्य इकाई प्रमुख श्री धनखड़ ने श्री सैनी को बधाई दी।

कुरुक्षेत्र के सांसद श्री नायब सिंह सैनी जी को हरियाणा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नियुक्त होने पर बहुत-बहुत बधाई। हमें विश्वास है कि उनके व्यापक राजनीतिक और प्रशासनिक अनुभव से संगठन को लाभ मिलेगा और भारतीय जनता पार्टी सभी क्षेत्रों में एक नया इतिहास रचेगी। आगामी चुनाव, श्री मनोहर लाल खट्टर ने एक्स पर पोस्ट किया। मुख्यमंत्री ने श्री धनखड़ को भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के रूप में उनकी नई जिम्मेदारी के लिए भी बधाई दी। श्री खट्टर ने कहा, “देश भर के कार्यकर्ता आपके संगठनात्मक अनुभव से लाभान्वित हों। सफल कार्यकाल के लिए मेरी शुभकामनाएं।” बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष जे पी नड्डा ने इस नियुक्ति पर मोहर लगाई है।
श्री सैनी की नियुक्ति ऐसे समय में हुई है जब भाजपा और उसकी सहयोगी जेजेपी संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने पर अड़े हुए हैं। हाल के महीनों में, जेजेपी और बीजेपी दोनों ने कहा है कि वे सभी 10 लोकसभा और 90 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं और संयुक्त रूप से चुनाव लड़ने पर कोई प्रतिबद्धता नहीं जताई है। इस परिदृश्य में, श्री सैनी के सामने 2024 में आने वाले दो महत्वपूर्ण चुनावों से पहले अपनी पार्टी को और मजबूत करने का काम करना है।
आने वाले समय में नायब सिंह सैनी अपनी नई टीम का गठन करेंगे या इस टीम को लेकर ही 2024 के चुनाव में जायेगे ये वक़्त ही बताएगा। दोनों ही राज्य विधानसभा और लोक सभा के चुनाव में बहुत कम समय बचा है। उधर हेल्थ मिनिस्टरी और होम में पूरी पॉवर ना मिलने से मंत्री विज नाराज़ से दिखाई देते है। चुनाव से पहले भी एक छोटा फेरबदल हो सकता है ऐसा सूत्रों का कहना है।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ