हाथरस 121 लोगों की मौत ,हादसा या साजिश, दोषियों को नहीं बख्शेंगे , हाई कोर्ट के रिटार्ड जज से करायेगे जांच – सीएम योगी – डिजायर न्यूज़
हाथरस 121 लोगों की मौत ,हादसा या साजिश, दोषियों को नहीं बख्शेंगे , हाई कोर्ट के रिटार्ड जज से करायेगे जांच – सीएम योगी – डिजायर न्यूज़
डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली – जुलाई महीने की शुरुआत के पहले मंगलवार को हाथरस में सत्संग होता है। इस सत्संग में राजस्थान, मध्यप्रदेश, हरियाणा सहित कई राज्यों के लोग आए थे। भीड़ का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वाहनों की संख्या तीन किलोमीटर तक फैली हुई थी। 80 हज़ार की परमिशन थी लेकिन भीड़ लगभग 2 लाख से अधिक थी , और फिर कुछ ऐसा हुआ की लग गए लाशो के ढ़ेर , करीब 121 लोगो की मोत की पुष्टि अभी तक सूत्रों के हवाले से हुई है आकड़ा अभी बढ़ भी सकता है। आज घटना स्थल पर उत्तर प्रदेश के सी एम योगी ने प्रदेश के बड़े अधिकारियो के साथ घटना सथल का दौरा किया और पीड़ितों से मिलने जिला अस्पताल भी गए।
लेकिन 2 जुलाई 2024 को हुई घटना के कारण अब ये जिला श्मशान घाट में तब्दील हो गया है। जी हां, 2 जुलाई 2024 को सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से 121 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है और मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में जिले में श्री दाऊजी महाराज मंदिर स्थित है, जिसकी काफी मान्यता है। कहा जाता है, यहां आकर जो दर्शन करने आता है उसकी हर मनोकामना पूरी होती है। आपको बता दें, दाऊजी महाराज मंदिर करीब 275 साल पुराना है।
यूपी के हाथरस में मची भगदड़ में मृतकों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा। अब तक 134 लोगों के मौत की पुष्टि प्रशासन ने की है। वहीं इस दर्दनाक घटना को लेकर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। ‘मुख्य सेवादार’ कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक कार्यक्रम के अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में नारायण साकार हरि ‘भोले बाबा’ का सत्संग खत्म होने के बाद मची भगदड़ के बाद पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज की है। इसमें बाबा के मुख्य सेवादार देव प्रकाश मधुकर को मुख्य आरोपी बनाया गया है। भोले बाबा का नाम एफआईआर में शामिल नहीं है। वहीं, मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 105, 110, 126, 223, 238 में प्राथमिकी दर्ज की गई है। बाबा के अंडरग्राउंड होने की बात कही जा रही है।

बाबा के पैर छूने के चक्कर में हुआ बड़ा हादसा!
सभी लोग कार्यक्रम खत्म होने के बाद बाबा के पैर छूने जा रहे थे। इसी दौरान यह हादसा हो गया है। उसका मुआयना किया जाएगा। दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा। भोले बाबा पर भी सख्त कार्रवाई होगी। मामले में आयोजकों के विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत करने के आदेश दिए गए हैं। पोस्टमॉर्टम के बाद शवों को उनके घरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी प्रशासन की होगी। घायलों का समुचित इलाज कराया जाएगा।

कौन है सूरजपाल उर्फ भोले बाबा
सूरजपाल उर्फ भोले बाबा के फॉलोअर्स सबसे पहले जो जयकारा लगाते हैं वह है: ‘नारायण साकार हरि की संपूर्ण ब्रह्मांड में सदा के लिए जय-जयकार हो…’ इसके अलावा भोले बाबा खुद को परमात्मा का चौकीदार बताता है, लेकिन अनुयायी उसे भगवान मानते हैं. बाबा की खुद की आरती और भजन गाई जाती है. बाबा के अनुयायियों में सबसे ज्यादा संख्या जाटव समाज की है. उसके बाद वाल्मीकि वर्ग और अन्य पिछड़ा तबके का नंबर आता है. बाबा का जहां भी सत्संग होता है वहां उसके अनुयायी लाखों की संख्या में पहुंचते हैं. सूत्रों के हवाले से पता चला है भोले बाबा पहले पुलिस में कांस्टेबल थे , उनपर यौनशोषण से लेकर कई मुक़दमे पहले भी दर्ज़ है। 2022 में कोविड के समय मैं भी जब उन्हे 50 लोग इकठा करने की अनुमति थी तब भी करीब 50 हज़ार लोग पहुंच गए थे।
आज 3 जुलाई को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस जाकर मोके का जायजा लिया हादसे को लेकर बड़ा ऐलान किया है। उन्होंने हाई कोर्ट के रिटार्ड जज से न्यायिक जांच कराने के साथ साथ प्रशाशन को घायलों के इलाज से लेकर मिर्ताको को घर तक लाश पहुंचाने के भी आदेश दिए , जिला अस्पताल में घायलों से भी उनका हॉल जाना। यू पी की चीफ सेक्रेटरी और डी जी पी भी मौजूद रहे। इलाके के एस डी एम ने अपने अभी तक की रिपोर्ट शाशन को सोप दे है। घायलों को 50 50 हज़ार और मरने वालो को 2 2 लाख का मुआवजा दिया जायेगा।
उत्तर प्रदेश के सी एम योगी ने प्रेस वार्ता करते हुए कहा कि हमारी सरकार इस घटना की तह में जाकर साजिशकर्ताओं और जिम्मेदारों को उचित सजा देने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस पूरी घटना की जांच करा रही है। हम इसकी तह में जाएंगे और देखेंगे कि यह हादसा है या साजिश। इसके साथ ही सीएम योगी ने घटना पर राजनीति करने वाले दलों को भी फटकार लगाते हुए कहा कि इस प्रकार की घटना पर पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त करने के बजाए राजनीति करना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है और निंदनीय भी। यह समय पीड़ितों के घावों पर मरहम लगाने का है, पीड़ितों के प्रति संवेदना का है। सरकार इस मामले में पहले से संवेदनशील है और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

सीएम योगी ने कहा कि घटना अत्यंत दुखद और ह्दयविदारक है। 2 जुलाई 2024 को अपराह्न तीन से साढ़े तीन बजे के बीच ये पूरा घटनाक्रम बताया जा रहा है। जनपद हाथरस के सिकंदराराऊ के अंदर ये पूरा हादसा घटित हुआ है। वहां पर स्थानीय आयोजकों ने स्थानीय गांव में भोले बाबा का आयोजन सत्संग के माध्यम से आयोजित किया था और स्थानीय भक्तगण उसमें भाग ले रहे थे। मंचीय कार्यक्रम संपन्न होने के बाद सत्संग के प्रवचनकर्ता जब मंच से उतर रहे थे तब उनकी तरफ भक्तों की भीड़ जा रही थी और सेवादारों के रोकने पर वहां भगदड़ मची। इस पूरे मामले की जांच के लिए तुरंत एडिशनल डीजी आगरा की अध्यक्षता में मंडलायुक्त अलीगढ़ को शामिल करते हुए एक टीम बनाकर अविलंब रिपोर्ट उपलब्ध कराने के लिए कहा है। घटना को देखते हुए प्रदेश के मुख्य सचिव और डीजीपी वहीं पर कैंप कर रहे हैं और प्रदेश सरकार के तीन मंत्री, चौधरी लक्ष्मी नारायण जी, संदीप सिंह एवं असीम अरुण वहां घटनास्थल पर कैंप करके घायलों को उपचार आदि की व्यवस्था में लगे हुए हैं। प्रधानमंत्री जी और गृह मंत्री जी ने भी इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है। भारत सरकार ने भी और राज्य सरकार ने भी मृतक के परिजन को दो-दो लाख रुपए और गंभीर रूप से घायल नागरिकों के लिए 50-50 हजार रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
नई भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज
हाथरस भगदड़ घटना| भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस), 2023 की धारा 105, 110, 126(2), 223 और 238 के तहत ‘मुख्य सेवादार’ कहे जाने वाले देवप्रकाश मधुकर और उस धार्मिक कार्यक्रम के अन्य आयोजकों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है जहां भगदड़ हुई थी। अभी भोलो बाबा का नाम FIR में दर्ज नहीं किया गया है। सूरजपाल उर्फ भोले बाबा की तलाश में कई जगहों पर पुलिस की लगातार दबिश जारी है. बदायूं, फर्रुखाबाद, हाथरस, अलीगढ़, कासगंज और एटा सहित करीब 8 जगहों पर दबिश दी जा रही है. उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही सूरजपाल पुलिस की गिरफ्त में होगा. -इस सत्संग का आयोजन मानव मंगल मिलन सद्भावना समागम समिति की ओर से किया गया था. इस समिति की ओर से सम्मेलन के प्रभारी देव प्रकाश मधुकर (इंजीनियर) थे. उनके साथ मुख्य कर्ता धर्ता में महेश चंद्र, अनार सिंह, संजू यादव, चंद्रदेव और रामप्रकाश आदि शामिल हैं.

पूर्व सी एम अखिलेश यादव का बयान
हाथरस कांड पर अखिलेश यादव ने कहा कि हाथरस की घटना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है. लापरवाही की वजह से यह हादसा हुआ. मुख्यमंत्री के जाने से क्या होगा. सरकार की वजह से न एंबुलेंस मिली ना दवाई मिली. लोगों की जान गई है. बाबा के साथ अपनी तस्वीर पर अखिलेश ने कहा कि बीजेपी जितना घटिया काम कर सकती है वह करती है. मेरी फोटो दिखाने से क्या होगा. वह किसी भी स्तर पर बीजेपी जा सकती है. उधर विपक्ष के नेता राहुल गाँधी और कांग्रेस नेत्री प्रियंका गाँधी ने भी सवेंदना वक्त की है राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के निर्देश पर यूपी कांग्रेस चीफ अजय राय हाथरस जा रहे हैं.
प्रशाशन दिखा लाचार
हाथरस हमेशा से ही चर्चा में रहा है। ऐसे हादसों से भी हम सबक नहीं ले पाते , 80 हज़ार लोगो को सत्संग में आने की इज़ाज़त तो दे दी लेकिन सुविधाओं के नाम पर लाशो को रखने तक की जगह नहीं थी , कितने ही लोग दम घुटने से मरे है , ना वहां पर एम्बुलेंस की इतनी सुविधा थी , कितने की परिवार जन अभी भी अपनों को खोज रहे है। इतनी गर्मी और हुमस के कारण भी लोगो के दम घुटने से मौत हुई है। 121 लोगो के मरने की पुस्टि हो चुकी है जिसमें बच्चे और महिलाये अधिक है। कितने ही घर उज्जड गए। कितने ही ऐसे सत्संग आये दिन किसी न किसी बाबा के चरणों में होते है और लाखो लोग जाते है बिना किसी सुरक्षा के, धर्म के नाम पर लोग व्यापार करने लगे है इन बाबाओ की सुरक्षा में इनके स्टाइल में कोई कमी नहीं होती लेकिन इनके फॉलो करने वाले ऐसे ही दब दब कर मरते रहेंगे।
संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ