बाबा सिद्दीकी: जिनकी जिंदगी में राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़

बाबा सिद्दीकी: जिनकी जिंदगी में राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़

डिजायर न्यूज़ नई दिल्ली–बाबा सिद्दीकी एक प्रमुख राजनीतिक नेता थे, जिन्होंने मुंबई में अपने करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ हासिल कीं। वे बांद्रा से विधायक और एनसीपी (राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी) अजीत पवार गुट के नेता थे। उनके पास बॉलीवुड के साथ भी एक मजबूत संबंध था, जिससे वे और अधिक प्रसिद्ध हुए। हाल ही में, उनके ऊपर एक जानलेवा हमला हुआ, जिसमें उनकी हत्या कर दी गई। फेसबुक सोशल मीडिया के माध्यम से इसकी जिमेदारी लॉरेन्स बिश्नोई गैंग ने ली है। अभी कई नाम सामने आ रहे है।

बाबा सिद्दीकी: राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़
बाबा सिद्दीकी: राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़

बाबा सिद्दीकी का जन्म मुंबई में एक साधारण परिवार में हुआ। 30 सितंबर 1958 को पैदा हुए बाबा की शिक्षा बी. कॉम तक थी। उनका बचपन सामान्य था, लेकिन उन्होंने हमेशा समाज की भलाई के लिए काम करने का सपना देखा। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा स्थानीय स्कूलों से प्राप्त की और बाद में कॉलेज की पढ़ाई की। उनके जीवन में शिक्षा ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे उन्होंने समाज की समस्याओं को समझा और उनके समाधान के लिए प्रयास किए।
बाबा सिद्दीकी का राजनीतिक सफर 1990 के दशक में शुरू हुआ। बाबा सिद्दीकी ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी। वहां उन्होंने समाज सेवा के कई कार्यक्रमों में भाग लिया। उनका मानना था कि राजनीति का असली मतलब लोगों की सेवा करना है। वे गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करते थे और हमेशा उनके हक के लिए आवाज उठाते थे। धीरे-धीरे, उनकी मेहनत और लगन ने उन्हें स्थानीय राजनीति में पहचान दिलाई। बाद में, बाबा सिद्दीकी ने एनसीपी में शामिल होकर अपने राजनीतिक सफर को और आगे बढ़ाया। वे बांद्रा क्षेत्र के विधायक बने और जनता की समस्याओं को सुलझाने में सक्रिय रूप से काम किया। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और सामाजिक कल्याण के कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया।

मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, ”पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी पर जानलेवा हमला हुआ था. दुर्भाग्य से उनकी मृत्यु हो गई है. ये बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और दुखद घटना है. इस मामले में दो आरोपी गिरफ़्तार हुए हैं, ऐसा मुझे पुलिस कमिश्नर ने बताया है. एक आरोपी फ़रार है. गिरफ़्तार आरोपी हरियाणा और उत्तर प्रदेश से हैं. तीसरे आरोपी को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम लगी हुई है. तीनों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.”

बाबा सिद्दीकी पिछले तीन से चार दशक से राजनीति में सक्रिय थे और 16-17 साल की उम्र से ही अधिकांश समय कांग्रेस से जुड़े रहे थे. कुछ महीने पहले ही वो एनसीपी (अजित पवार गुट) में शामिल हुए थे. बाबा सिद्दीकी की पकड़ जितनी सियासत में थी, उतनी ही बॉलीवुड में बताई जाती है. 30 सितंबर 1958 को पैदा हुए बाबा की शिक्षा बी. कॉम तक थी. 1992 और 1997 में बाबा सिद्दीकी कांग्रेस के टिकट पर मुंबई सिविक बॉडी के लिए कॉर्पोरेटर चुने गए थे. साल 1999 में उन्होंने बांद्रा वेस्ट से विधानसभा चुनाव चला और पहली बार विधानसभा के लिए चुने गए. इसके बात वो 2014 तक लगातार विधायक चुने जाते रहे.
नवंबर 2004 से दिसंबर 2008 तक महाराष्ट्र की विलासराव देशमुख सरकार में वो खाद्य आपूर्ति मंत्री थे. 2014 से बाबा सिद्दीकी मुंबई कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष थे. साल 2014 में बाबा सिद्दकी को बीजेपी के आशीष शेलार ने हरा दिया था. इसके बाद उन्होंने अपना ध्यान बांद्रा ईस्ट पर केंद्रित किया. 2017 में ईडी ने बांद्रा में बाबा सिद्दीकी से जुड़े ठिकानों पर मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में रेड मारी थी. इसके बाद से वह सियासी रूप से बहुत सक्रिय नहीं थे और उनके बेटे ज़ीशान ही ज़्यादा सक्रिय थे जो 2019 में बांद्रा ईस्ट से जीते.

बाबा सिद्दीकी का बॉलीवुड के साथ भी गहरा संबंध था। वे कई प्रसिद्ध अभिनेताओं और निर्देशकों के करीबी दोस्त थे। उन्होंने बॉलीवुड के सितारों को सामाजिक कार्यों में शामिल किया, जिससे उनकी पहचान और भी बढ़ी। उनके द्वारा आयोजित किए गए कई कार्यक्रमों में बॉलीवुड के बड़े नाम शामिल होते थे। इससे उन्होंने समाज सेवा के साथ-साथ अपने राजनीतिक कद को भी बढ़ाया।

बाबा सिद्दीकी: राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़
बाबा सिद्दीकी: राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़

बाबा सिद्दीकी राजनीति और बॉलीवुड में अपनी नज़दीकी के लिए जाने जाते थे। वे 15 साल तक बांद्रा वेस्ट से विधायक रहे, जहाँ कई बॉलीवुड सितारे रहते हैं। हर साल रमज़ान में उनकी इफ़्तार पार्टी सुर्खियों में रहती थी, जिसमें शाहरुख़ ख़ान, सलमान ख़ान, आमिर ख़ान और संजय दत्त जैसे सितारे आते थे। माना जाता है कि शाहरुख़ और सलमान के बीच चली अनबन को खत्म करवाने में बाबा सिद्दीकी का अहम रोल था। वे कांग्रेस के बड़े नेता सुनील दत्त के भी क़रीबी रहे और दत्त परिवार से गहरे रिश्ते बनाए रखे। उनकी मोत की खबर सुन कर बॉलीवुड एक्टर संजय दत्त लीलावती हॉस्पिटल पहुंचे , शिल्पा शेट्टी भी उन्हे देखने हॉस्पिटल पहुंची।

बाबा सिद्दीकी की छवि एक समाज सेवक के रूप में बनी रही। लोग उन्हें एक ऐसे नेता के रूप में जानते थे, जो हमेशा अपने क्षेत्र के लोगों के लिए खड़ा रहता था। उनकी लोकप्रियता ने उन्हें एक मजबूत राजनीतिक व्यक्तित्व बना दिया था।हाल ही में, बाबा सिद्दीकी पर बांद्रा इलाके में एक जानलेवा हमला हुआ। यह घटना बहुत ही चौंकाने वाली थी, क्योंकि चुनाव नजदीक थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, सिद्दीकी को कई गोलियां मारी गईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। यह घटना मुंबई में बढ़ते अपराध के मामलों का संकेत देती है और यह भी दिखाती है कि नए अंडरवर्ल्ड ने शहर में अपने पैर पसार लिए हैं। हमलावर पहले मिर्च पॉवडर डाल कर गोली मारना चाह रहे थे , लेकिन अचानक ही उनपर हमला कर 6 राउंड गोली चला दी। डॉक्टरों का कहना है कि उन्हे यहाँ मिर्त लाया गया था।

बाबा सिद्दीकी की हत्या की घटना 12 अक्टूबर 2024 की रात को हुई। बांद्रा ईस्ट में उन पर कई राउंड फायरिंग की गई। उन्हें गंभीर हालत में लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन वहां उनकी मौत हो गई। उनकी हत्या ने न केवल उनके परिवार को, बल्कि पूरे समाज को शोक में डाल दिया।
इस घटना ने मुंबई की राजनीति में एक बड़ा सवाल खड़ा किया है। ऐसा प्रतीत होता है कि नया अंडरवर्ल्ड सक्रिय हो गया है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बाबा सिद्दीकी के निधन की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक व्यक्ति हरियाणा का है और दूसरा उत्तर प्रदेश का। तीसरे आरोपी की तलाश जारी है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि महाराष्ट्र में किसी गैंग को पनपने नहीं देंगे फिर चाहे लॉरेन्स बिश्नोई ही क्यों ना हो। इसको देखते हुए सलमान खान के घर पर सुरक्षा बड़ा दी गई है।

बाबा सिद्दीकी: राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़
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मुख्यमंत्री ने इस घटना को बेहद दुखद बताया और कहा कि पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस घटना के बाद पूरे मुंबई में हड़कंप मच गया। राजनीतिक गलियारों में इसे लेकर गहरी चिंता जताई गई। कई नेताओं ने सिद्दीकी की हत्या की निंदा की और इसे मुंबई की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाने वाला बताया। लोगों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं चुनावों के समय में अधिक होती हैं, जिससे चुनावी माहौल प्रभावित होता है।

बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद उनके समर्थक और परिवारवाले गहरे सदमे में हैं। उनके दोस्तों और सहयोगियों ने इसे एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना करार दिया और कहा कि उनकी कमी शहर में खलेगी। समाज के कई हिस्सों ने उनके लिए श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को याद किया। अभी तक की सूचना के मुताबिक, सिद्दीकी पर पांच गोलियां चलाई गई थीं, जिनमें तीन उन्हें लगीं। कुछ मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि एक गोली उनके सीने में लगी थी। सिद्दीकी पर गोली चलने से पहले, घटना स्थल पर पटाखे छोड़े गए थे। बताया जाता है कि बाबा सिद्दीकी को 10-15 दिन पहले धमकी मिली थी। इसके बाद उनकी सुरक्षा बढ़ा कर वाई श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। इस समय अभियुक्तों की जांच चल रही है और पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक सूचना नहीं दी जा रही।

उनके परिवार ने भी पुलिस से मांग की है कि दोषियों को जल्द से जल्द पकड़ा जाए। इस घटना ने राजनीतिक माहौल को और भी तनावपूर्ण बना दिया है, क्योंकि चुनाव नजदीक हैं और इस प्रकार की घटनाएं आम जनता में डर पैदा कर रही हैं। लोग यह सोचने पर मजबूर हैं कि क्या राजनीतिक हिंसा मुंबई की राजनीति का हिस्सा बन गई है।

बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने बताया कि उन्हें रविवार को शाम 8:30 बजे राज्य किये सम्मान के दफनाया गया । उन्हें बेटे जीसान रो रहे थे। इस घटना ने समाज में सुरक्षा के मुद्दे को फिर से उभार दिया है। लोग चिंतित हैं कि मुंबई में राजनीति और अपराध का आपस में कितना गहरा संबंध बनता जा रहा है। बाबा सिद्दीकी की हत्या ने यह साबित कर दिया है कि मुंबई की राजनीति में अपराध का दखल बढ़ रहा है। यह आवश्यक है कि सरकार और पुलिस इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान दें और ऐसे अपराधों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाएं। पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
मुंबई में लोगों को अब एक सुरक्षित वातावरण की आवश्यकता है, जहां वे अपनी आवाज उठा सकें और बिना किसी डर के अपनी समस्याओं का सामना कर सकें। इससे पहले भी कई राजनीतिक नेता हिंसा का शिकार हुए हैं, लेकिन यह घटना एक बार फिर से राजनीतिक सुरक्षा पर सवाल उठाती है।
बाबा सिद्दीकी का जीवन एक प्रेरणादायक कहानी है, जिसने राजनीति और समाज सेवा में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उनकी हत्या ने यह साबित कर दिया है कि राजनीति में लोगों की सेवा करना कितना महत्वपूर्ण है, लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से भी हमें सजग रहना होगा।

बाबा सिद्दीकी: राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़
बाबा सिद्दीकी: राजनीति और समाज सेवा का अनूठा संगम था, अब एक दर्दनाक अंत–हत्या ने उठाए मुंबई की सुरक्षा पर सवाल–डिजायर न्यूज़

उनकी यादें और योगदान हमेशा लोगों के दिलों में जीवित रहेंगे। हमें आशा है कि भविष्य में ऐसी घटनाएँ नहीं होंगी और मुंबई में एक सुरक्षित वातावरण स्थापित किया जाएगा, जहां लोग अपने अधिकारों के लिए बिना किसी डर के लड़ सकें। बॉलीवुड से लेकर राजनीतिक जगत की हस्तियां वहाँ मौजूद रही। सलमान खान का पूरा परिवार सांत्वना देने के लिए पहुँचा। अभी भी दो हत्यारे पुलिस की पहुंच से बाहर है जबकि सभी की पहचान पुलिस ने कर ली है। दिल्ली उत्तरप्रदेश और हरियाणा पुलिस से भी मदद ली जा रही है। पुलिस हर एगंल से मामले की जांच कर रही है। विपक्ष के नेता राहुल गाँधी ने भी महाराष्ट्र सरकार की सुरक्षा पर सवाल खड़े किये है।

संजीव शर्मा
एडिटर इन चीफ

अलीशा शाहिद
अस्सिस्टेंट सब एडिटर

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